कानपुर: दुष्कर्म के आरोपी देश छोड़कर भागने वाले ‘स्वयंभू बाबा’ नित्यानंद ने अब स्वघोषित हिंदू राष्ट्र बना लिया है| नित्यानंद के देश का नाम ‘कैलासा’ बताया जा रहा है| नित्यानंद के स्वघोषित सीमारहित हिंदू राष्ट्र की अपनी वेबसाइट भी है जिसमें साफ लिखा है कि यह देश अपना अधिकार खो चुके हिंदुओं के लिए है|
स्वयंभू बाबा नित्यानंद पर कर्नाटक में दुष्कर्म और अपहरण का मामला दर्ज है, तो वहीं गुजरात में उत्पीड़न को लेकर केस दर्ज हैं| 22 नवंबर को ही गुजरात पुलिस ने अहमदाबाद में नित्यानंद के आश्रम में छानबीन की थी, लेकिन पुलिस को वहां से कोई सबूत बरामद नहीं हुआ|
नित्यानंद का कथित हिंदू साम्राज्य ‘कैलासा’ दुनिया के किस कोने में है, इसके बारे में फिलहाल किसी को जानकारी नहीं है, लेकिन इंटरनेट पर मौजूद इस देश की वेबसाइट पर इसके बारे में अहम जानकारियां मौजूद हैं| वेबसाइट पर हिंदू राष्ट्र बनाने का मकसद भी उजागर किया गया है. इस हिंदू राष्ट्र का लक्ष्य हिंदू धर्म की रक्षा करना और मानवता के प्रति लोगों को जागरूक करना है|
वेबसाइट पर इस हिंदू राष्ट्र के बारे में विस्तार से बताया गया है| आपको जानकार हैरानी होगी कि नित्यानंद के इस देश का अपना पासपोर्ट, झंडा, सरकारी विभाग, भाषा, स्कूल के अलावा भी काफी कुछ है| वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, इस देश की आबादी करीब 100 मिलियन यानी करीब 10 करोड़ है| अंग्रेजी, संस्कृति और तमिल इस देश की भाषा है| हालांकि प्राइमरी भाषा में अंग्रेजी को ही रखा गया है और जबकि संस्कृत को दूसरी और तमिल को तीसरी मूल भाषा के रूप में स्वीकार किया गया है|
हिंदू राष्ट्र कैलासा के राष्ट्रीय ध्वज का नाम ‘ऋषभ’ है| त्रिकोणीय आकार वाले इस ध्वज पर भगवान परमाशिवा और नंदी बैल की तस्वीर छपी है|
तस्वीर में नजर आने वाले भगवान परमाशिवा के 25 सिर और 50 हाथ नजर आ रहे हैं| माथे पर चंदा और गले में कंठी माला से ऐसा प्रतीत होता है यह भगवान शिव का ही दूसरा रूप हैं| वेबसाइट पर राष्ट्रीय जानवर नंदी बैल बताया गया है| वेबसाइट पर इसकी तस्वीर भी अपलोड की गई है| जबकि राष्ट्रीय पुष्प (फूल) कमल है| बरगद का पेड़ इस देश का राष्ट्रीय वृक्ष है| जबकि चार पैरों वाले एक गोल्ड बर्ड को यह देश अपना राष्ट्रीय पक्षी मानता है|