प्रयागराज: प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से पार पहुंच गया है| गंगा और यमुना के जलस्तर में तेजी से वृद्धि और बाढ़ की विकराल स्थिति को देखते हुए स्थानीय लोगों के साथ ही प्रशासन में भी हड़कंप मचा हुआ है। 74 गांव के लगभग करीब 5 लाख की आबादी इस बाढ़ से प्रभावित है| फंसे हुए लोगों तक मदद पहुंचाने और उन्हें सुरक्षित जगहों पर ले जाने के लिए एनडीआरएफ की मदद ली जा रही है| साथ ही सेना से भी मदद मांगी गई है|
गौरतलब है कि एनडीआरएफ की टीम इन दिनों बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए देवदूत बन कर आये है| इससे पहले एनडीआरएफ ने कुम्भ-2019 में भी अपनी कार्यकुशलता दिखा चूका है|
वहीं, प्रभावित इलाकों के सभी स्कूल कॉलेज अगले पांच दिनों तक बंद रखे जाने के आदेश दिए गए हैं| दरअसल यहां रुक-रुक कर बारिश हो रही है जो लोगों की परेशानियों को और भी बढ़ा रही है| हालांकि एनडीआरएफ की टीम लगातार काम कर रही है और लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है|
प्रयागराज के कई इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है और सड़कों पर नावें चल रही हैं| नदियों के किनारे बने तमाम मठ मंदिर और आश्रम भी बाढ़ में डूबे हुए हैं| करीब एक लाख लोगों को अभी तक सुरक्षित जगहों पर भेजा जा चुका है|
जानकारी के मुताबिक बाढ़ का कहर आने वाले हफ्ते भर और बना रह सकता है| उसके बाद भी पानी के उतरने में कितना वक्त लगेगा और जीवन कितने दिन में सामान्य हो पाएगा ये देखना होगा|