प्रयागराज: रेलकर्मी महेंद्र यादव की जिंदा बेटी को रेलवे के केंद्रीय अस्पताल में इमरजेंसी के डॉक्टर ने रात में मृत घोषित कर दिया था। फिलहाल उसे फाफामऊ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना से आक्रोशित रेलकर्मियों ने अस्पताल में हंगामा किया और बेहतर सुविधाएं देने की मांग की। इस दौरान अस्पताल के एमडी डॉ. विनीत अग्रवाल ने घटना पर दु:ख प्रकट किया। कहा कि डॉ. शुभम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि रेलकर्मी महेंद्र यादव की बेटी सुष्मिता का लखनऊ में इलाज चल रहा था। इन दिनों वह प्रयागराज में थी। उसकी हालत गंभीर हुई तो परिजन उसे लेकर रेलवे के केंद्रीय अस्पताल पहुंचे। वहां इमरजेंसी में मौजूद डॉ. शुभम ने उसे मृत घोषित कर दिया। इससे परिजनों में चीख-पुकार मच गई। मरीज के साथ मौजूद मनोज यादव ने रेलवे अस्पताल में तैनात डॉ. अनुराग यादव को फोन किया। वह थोड़ी देर में अस्पताल आए और चेक करके बताया कि अभी वह जीवित है। इस पर मरीज को जीवन ज्योति अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां उसे भर्ती नहीं किया गया। बाद में परिवार वाले उसे फाफामऊ के एक निजी अस्पताल ले गए।
वहीं सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे के पैनल के अस्पताल जीवन ज्योति में भर्ती न करने से कर्मचारी नाराज थे। आगे उसे पैनल में रखा जाएगा या नहीं, उस पर विचार किया जाएगा।