Home Latest इटली की पत्रकार फ्रांसेस्का मरीनो ने वाराणसी पुलिस को बताया भ्रष्ट, बालाकोट एयरस्ट्राइक पर की थी स्टोरी

वाराणसी: इटली की पत्रकार फ्रांसेस्का मरीनो ने ट्वीट करके पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये| पुलिस को भ्रष्ट बतातव हुए उसकी कार्यप्रणाली पर जमकर निशाना साधा है| उनका कहना है कि उनके द्वारा अडॉप्ट किये गए भाई-बहन को वाराणसी की भेलूपुर पुलिस दहेज़ उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के झूठे मुकदमे में फंसा रही है|

फ्रांसेस्का ने ट्वीट करके बताया है कि उन्होंने संध्या और राम नाम के दो बच्चों को बहुत पहले गोद ले लिया था और उन्हें अपने साथ इटली ले गईं| संध्या के बड़े होने पर उन्होंने उसकी शादी करा दी| इस बीच राम ने भी बनारस की ही रहने वाली लड़की से शादी की इच्छा जाहिर की, उन्हें यह रिश्ता पसंद नहीं आया| उनका कहना है कि उनका डर सही साबित हुआ|

शादी के बाद राम की पत्नी न तो बनारस स्थित घर आई और न ही वह इटली आई| जब राम ने उसे घर आने के लिए कहा तो उसने साफ़ मना कर दिया| इसके बाद जब राम ने तलाक़ माँगा तो उससे शादी के खर्च के 5 लाख सहित 7 लाख रुपयों की डिमांड हुई| फ्रांसेस्का ने शादी के समय राम द्वारा दहेज मांगे जाने के आरोप को भी सिरे से नकार दिया है|

फ्रांसेस्का का कहना है कि यह डिमांड अब बढ़कर 10 लाख रुपयों तक जा पहुंची है| इस बीच राम और संध्या के खिलाफ दहेज़ उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और दहेज का सामान हड़प लेने का मुकदमा दर्ज करा दिया गया है| जबकि संध्या उस समय भारत में ही नहीं थी और न ही राम की पत्नी उसके घर रहने आई थी| ऐसे में FIR में संध्या का नाम आने से फ्रांसेस्का को बहुत आश्चर्य हुआ|

फ्रांसेस्का का आरोप है कि भेलूपुर पुलिस ने लड़की वालों से पैसे लेकर राम और संध्या के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया है| इस बारे में जब उन्होंने भेलूपुर पुलिस से सम्पर्क किया तो पुलिस ने उनसे पैसा देकर इस मामले में समझौता करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया| यही नहीं फ्रांसेस्का का आरोप यह भी है कि भेलूपुर पुलिस ने उन्हें इस मुकदमे के FIR की कॉपी भी नहीं दी है|

जब कोई हल नहीं निकला तो फ्रांसेस्का ने इस पूरे मामले की जानकारी ट्विटर पर शेयर करते हुए वाराणसी पुलिस को भ्रष्ट बताया है. इस मामले में उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह और स्मृति इरानी से मदद की गुहार लगाई है फ्रांसेस्का द्वारा वाराणसी पुलिस की कार्यप्रणाली को भ्रष्ट बताने के बाद, एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने अपना परिचय देते हुए अपना सीयूजी नंबर उन्हें उपलब्ध कराया है और उनसे सीधा सम्पर्क करने को कहा है|

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