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सेक्स एजुकेशन: सेक्स से जुड़े भ्रामक और गलत धारणाएँ

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कानपुर: भारतीय समाज में सेक्स प्रतिबंधित है| जिसके कारण इस पर खुल कर बात करने या सेक्स से सम्बंधित पढ़ने है तो इसे सीधा आपके चरित्र के साथ जोड़ा जाता है। सेक्स पर जानकारी प्रतिबंधित होने के कारण बहुत सारी गलत धारणाएँ और भ्रम हम लोगो के बीच में है। आइये जाने टॉप के भ्रम और गलत धारणाएँ कौन कौन सी है।

1. महिलाएं हस्थमैथुन नहीं करती।

वास्तविकता: एक शोध के हिसाब से 80% महिलायें हस्थमैथुन के द्वारा खुद को संतुष्ट करती है।

2: एक बूंद वीर्य(स्पर्म) बनने के लिए 100 खून की जरुरत होती है।

वास्तविकता: स्पर्म का निर्माण आपके अंडकोष में लगातार होता रहता है। अगर आप इसे खुद नहीं निकालेंगे तो शरीर इसे nightfall के जरिये खुद शरीर से निकल देगा। यह गलत धारणा है कि स्पर्म के निकलने के कारण कमजोरी आती है क्योंकि इसके बनने में खून का योगदान होता है जो बिलकुल गलत है क्योंकि वीर्य के निर्माण का खून के साथ कोई भी सम्बन्ध नहीं है।

3: हस्तमैथुन से शरीर में कमजोरी आ सकती है।

वास्तविकता: हस्तमैथुन सेक्स का एक रूप है और हस्तमैथुन करने से कोई भी कमजोरी नहीं आती बल्कि आपके शरीर के कैलोरी बर्न होते है जिससे आपके शरीर की फिटनेस ही बढ़ती है।

4: सेक्स की अधिकता से लिंग या योनि वीक हो जाते है।

वास्तविकता: प्राइवेट पार्ट चाहे वो लिंग हो या योनि में वीक या कमजोर नहीं हो सकते क्योंकि इन दोनों में किसी भी तरह का मसल्स नहीं होता और मसल्स ना होने के कारण इसके कमजोर या स्ट्रांग होने का सवाल नहीं होता।

5: बड़े लिंग होने से महिला साथी को ज़्यादा मज़ा मिलता है।

वास्तविकता: यह एक आम गलत धारणा है कि बड़े लिंग से आप अपने महिला साथी को ज़्यादा संतुष्ट कर सकते हो मगर यह सोच या धारणा पूरी तरह से गलत है क्योंकि महिला के योनि में केवल 2 इंच तक में ही संवेदना होती है। अगर आपका लिंग हद से ज़्यादा बड़ा है तो यह भी संभव है कि आप सेक्स करते समय उन्हें हर्ट कर दे।

6: आपका लिंग टेढ़ा हो सकता है।

वास्तविकता: हस्तमैथुन के कारण आपका लिंग टेढ़ा नहीं होता क्योंकी किसी का भी लिंग उत्तेजित बिलकुल सीधा नहीं होता और इस थोड़े से टेढ़ेपन के कारण सेक्स के मज़े में थोड़ी सी भी कमी नहीं आती।

7: पेशाब के साथ सीमेन भी बाहर आता है।

वास्तविकता: हमारे लिंग की संरचना या बनावट ऐसी है कि जब आपके लिंग से सीमेन बाहर आता है तब पेशाब उस समय बाहर आ ही नहीं सकता क्योंकि पेशाब का रास्ता बंद हो जाता है। लिंग की बनावट ऐसी है कि दोनों चीज़े एक साथ बाहर नहीं आ सकती।

8: फर्स्ट टाइम सेक्स में लड़कियों को ब्लीड जरूर करना चाहिए ।

वास्तविकता: अगर लड़की कुंवारी होगी और पहली बार सेक्स करने पर उन्हें जरूर ब्लीड करना चाहिए जो बिलकुल गलत है क्योंकी बहुत बार खेलते समय, टैंपुन के इस्तेमाल से भी हाइमेन टूट सकता है। हाइमेन और कौमार्य का कोई रिश्ता नहीं है।

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