नई दिल्ली: इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में स्टीव स्मिथ की जगह सबस्टीट्यूट खिलाड़ी के तौर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर मार्नस लाबुशेन ने इतिहास रच दिया है|ऑलराउंडर मार्नस लाबुशेन ने न सिर्फ इस मैच में खेले बल्कि उन्होंने 59 रनों की पारी खेलकर यह मैच ड्रॉ करवाने में भी अहम रोल अदा किया|
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी खिलाड़ी के सबस्टीट्यूट के तौर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरने वाले मार्नस लाबुशेन पहले खिलाड़ी बन गए हैं| 1884 में पहली बार सबस्टीट्यूट खिलाड़ी के रूप में बिली मर्डोक ने लॉर्ड्स टेस्ट में विपक्षी टीम का कैच पकड़ा था| 2005 में सबस्टीट्यूट के रूप में ब्रैड हॉग में लीड्स वनडे में एंड्रयू स्ट्रॉस का विकेट लिया था| वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबस्टीट्यूट खिलाड़ी का यह पहला योगदान था| ब्रैड हॉग मैथ्यू हैडन की जगह मैदान पर उतरे थे|
बता दें कि एशेज सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का हिस्सा है और इस पर आईसीसी के नए नियम लागू है| आईसीसी के नए नियमों के अनुसार सिर या गर्दन में चोट लगने वाले खिलाड़ी की जगह सबस्टीट्यूट खिलाड़ी बल्लेबाजी करने के लिए मैदान में उतर सकता है| पहले चोटिल खिलाड़ी की जगह मैदान में उतरने वाला खिलाड़ी सिर्फ फिल्डिंग कर सकता था|
बता दें कि लॉर्ड्स टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर की एक गेंद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ के कान के नीचे गर्दन पर लग गई जिससे खिलाड़ी सकते में आ गए| आर्चर की गेंद लगने के बाद स्टीवी स्मिथ तुरंत मैदान पर गिर गए और थोड़ी देर बाद रिटायर्ड हर्ट होकर बाहर चले गए| स्मिथ को जब गेंद लगी तब वह 152 गेंदों पर 80 रन बना चुके थे| स्मिथ अपने लगातार तीसरे एशेज शतक के करीब पहुंच रहे थे| वह 80 रनों के निजी स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे जब आर्चर की 148 किलोमीटर प्रति घंटे से तेज गति की रफ्तार की गेंद पर उन्होंने नजरें हटा लीं और वह गेंद उनकी गर्दन पर जा लगी|