Home NCR बहन और उसके प्रेमी को 1 घंटे डंडे से पीटा; चाकू से गला रेता, फिर मरने तक तड़पता हुआ देखा

बहन और उसके प्रेमी को 1 घंटे डंडे से पीटा; चाकू से गला रेता, फिर मरने तक तड़पता हुआ देखा

by admin

फर्रुखाबाद: जिले में 6 नवंबर को एक प्रेमी-प्रेमिका का शव कमालगंज के गांव राजेपुर सरायमेदा में मिला था। दोनों की ऑनर किलिंग हुई थी। लड़की के भाई ने अपना जुर्म कबूलते हुए सरेंडर कर दिया था। वहीं पुलिस ने एक भाई को सोमवार को गिरफ्तार किया। पुलिस लड़की के पिता और उसके 3 और भाइयों की तलाश कर रही है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल होने वाला चाकू भी बरामद कर लिया था।

भाई को बहन के अफेयर के बारे में पता था, बस वो सबूत ढूंढ रहा था-
आरोपी भाई के एक करीबी ने बहुत कहने पर भास्कर से बात की। उसने कैमरे के सामने कुछ नहीं बोला। बस इतना बताया कि, “नीतू (लड़की का भाई) को बहन के अफेयर के बारे में पता था। उसको ये बात बिल्कुल पसंद नहीं थी। वो अक्सर कहता था, जानने वाला नहीं होता तो इसको अच्छे से समझा देता। दूसरे गांव का होता तो देख लेता। वो अपनी बहन पर पूरी नजर रखता था। उसको कहीं जाने नहीं देता था। फोन तक चलाने नहीं देता था। कभी राम करन (प्रेमी) को घर के पास देखता तो भड़क जाता था। उसको पता था कि राम करन उसकी बहन के ऊपर नजर रखे है। उसको डर था कहीं उसकी बहन के साथ कुछ गलत न हो जाए।”

“वो तो अपनी बहन की शादी की बात कर रहा था। उम्र कम होने के कारण उसकी बहन की बात कहीं बन नहीं पा रही थी। हम उसको हमेशा समझाते थे कि तुम ये सब न सोचो। अपनी बहन को समझाओ, अभी वो छोटी है समझ जाएगी लेकिन नीतू बहुत गुस्सैल था। वो अपने आगे किसी की नहीं सुनता था। जैसा पता चला है उसने रात में अपनी बहन को राम करन के साथ देख लिया था। तभी उसने गुस्से में आकर दोनों को मार दिया। मेरी कई दिनों से उससे बात नहीं हुई थी। पता नहीं था नीतू सच में दोनों को मार देगा।”

युवक के पिता का आरोप- मेरे बेटे को घर से उठा ले गया नीतू-

जिस युवक (राम करन) की हत्या हुई उसके पिता महावीर कुछ और ही कहानी बताते हैं, “उनका कहना है कि घटना के दिन मेरा बेटा घर पर ही था। वो कहीं भी किसी के साथ नहीं था। रात में करीब 3 बजे के करीब नीतू मेरे घर आता है। वो मेरे बेटे को कुछ बात करने के लिए लेकर जाता है। मैं भी पीछे-पीछे उनके साथ जाता हूं। कुछ देर बात करने के बाद नीतू मेरे बेटे को मारना शुरू कर देता है। उसके साथ उसकी बहन भी होती है। मैं चिल्लाते हुए उसके पास पहुंचता हूं तो वो मुझे धक्का दे देता है। मैं अपनी घर की तरफ पत्नी को बुलाने के लिए जाता हूं, उतनी देर में नीतू मेरे बेटे और अपनी बहन को बाइक से लेकर भाग जाता है। उसके बाद दोनों को मार देता है। नीतू के पिता और हम दोस्त हैं। हम लोगों को नहीं पता था कि उसका बेटा ही मेरे घर के चिराग को बुझा देगा। मैं तो उसको बेटा-बेटा बोलता था। अब हम लोग क्या करेंगे। उसने मेरे घर के सहारे को मार डाला।”

हत्यारोपी ने पुलिस को बताया, “मेरी 16 साल की बहन 6 नवंबर को घर से रात में 10 बजे लापता हो गई। हम लोगों ने उसकी बहुत तलाश की लेकिन वो कहीं नहीं मिली। तभी हम लोगों को कहीं से पता चला कि उसको आखिरी बार राम करन के साथ देखा गया है। उसके बाद हम लोगों ने राम करन की तलाश शुरू की। घर पहुंचे तो वहां पर वो नहीं था। हम लोग दोनों को पागलों की तरह ढूंढ रहे थे। तभी हम लोग एक बाग में पहुंचे। जहां पर राम करन और मेरी बहन बैठे हुए थे। वो लोग हम लोगों को देखकर भागने लगे लेकिन हमने दोनों को पकड़ लिया। उसके बाद दोनों को जमकर पीटा। डंडे से दोनों को मारा। करीब 1 घंटे तक दोनों को मारते रहे। जब दोनों अधमरे हो गए तो हमने उनको बाइक पर बैठाया फिर गांव से 7 किलोमीटर दूर ले गए। चाकू हम लोग घर से ले गए थे। दोनों को बाइक से जमीन पर फेंका फिर गला काट दिया। दोनों हम लोगों के सामने ही तड़प रहे थे। जब हमें पक्का हो गया कि दोनों मर गए हैं तब दोनों को वहीं छोड़कर हम लोग गांव वापस आ गए। वहां मैंने दूसरे भाई को बाइक से घर भेज दिया।”

हाथ में चाकू और खून देखकर ही लग गया था कोई बड़ी घटना हो गई है-

आरोपी भाई अपनी बहन और उसके प्रेमी को मारकर करीब 5 बजे जुर्म कबूल करने थाने पहुंचा था। उस समय जिस दीवान ने उसको सबसे पहले देखा हमने उससे भी बात की। उस दीवान ने बताया, “मैं थाने के अंदर टहल रहा था। कुछ देर बाद कोई सामने से तेजी से आता हुआ दिखाई दिया। अंधेरा था तो कुछ साफ नहीं दिख रहा था। मैं उठकर बाहर आया तो देखा एक लड़का हाथ में चाकू लेकर आ रहा है। उसके कपड़े और हाथ खून से सने हैं। मैं उसको देखकर घबरा गया। वो मेरे पास में आकर रुका और पूछा थानेदार साहब कहां हैं? मैंने उससे पूछा क्यों क्या हुआ, तब उसने हल्का मुस्कुराते हुए बोला, अपनी बहन और उसके प्रेमी को मारकर आया हूं। पुलिस मुझे ढूंढे इससे पहले मैं खुद आ गया।”

दीवान ने बताया, “ये बोलते हुए उसको कोई अफसोस नहीं हो रहा था। बल्कि वो खुश लग रहा था। मैंने तुरंत थानेदार को इसकी जानकारी दी। वो लड़का खुद जाकर थाने के अंदर बैठ गया। करीब 30 मिनट तक वो वहां पर बैठा रहा लेकिन एक शब्द नहीं बोला। बस हाथ से चाकू घुमाता रहा।”

100 मीटर की दूरी पर था दोनों का घर, एक साथ जले शव

गांव में मृतक प्रेमी और प्रेमिका के घर 100 मीटर की दूरी पर है। दोनों की मौत के बाद मोहल्ले में सन्नाटा पसरा है। बताया गया कि रविवार की रात दोनों के शव एक ही एंबुलेंस से गांव पहुंचे थे। जहां पहले प्रेमिका का शव उसके घर उतारा गया इसके बाद प्रेमी का शव उसके घर उतारा गया। सोमवार को एक ही घाट पर दोनों का अंतिम संस्कार भी हुआ था। नाम न छापने की शर्त पर गांव के लोगों ने बताया, किशोरी के शव का अंतिम संस्कार उसके परिवार के लोगों ने नहीं किया है। वहीं किशोरी का पिता आखिरी बार बेटे का चेहरा तक नहीं देख पाया।

मृतक प्रेमी रामकरन के पिता महावीर की तहरीर पर किशोरी के भाई रतन, लालू, नितिन, नीतू और कुलदीप पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जहां नीतू थाने पहुंच गया था। जबकि सोमवार को पुलिस ने नितिन को भी गिरफ्तार कर लिया है। वहीं किशोरी के तीन भाई फरार हैं।

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