प्रयागराज: इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली के लिए आमरण अनशन पर बैठे छात्रसंघ के निवर्तमान महामंत्री शिवम सिंह, उप मंत्री सत्यम सिंह सनी और छात्रनेता संदीप मोर्चा और अविनाश विद्यार्थी की तबीयत खराब हो गई। वहीं, छात्रों का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी इलाज के लिए अनशन स्थल पर कोई भी डॉक्टर नहीं पहुंचा। मंगलवार की रात में इविवि के चीफ प्राक्टर प्रो. राम सेवक दुबे, डीएएस डब्ल्यू प्रो. हर्ष कुमार प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों के साथ पहुंचे और छात्रों से अनशन खत्म करने का अनुरोध भी किया लेकिन छात्र नहीं माने।
29 जून को कार्य परिषद की बैठक में इविवि में छात्रसंघ बैन कर दिया गया था। इसके बाद से छात्र आंदोलित हैं। सुनवाई न होने पर आमरण अनशन शुरू कर दिया गया है। इसी बीच इविवि प्रशासन ने अनशनकारी छात्रों पर अराजकता का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करा दिया। छात्रों का कहना है वे सत्याग्रह इसलिए कर रहे हैं कि इविवि प्रशासन की आत्मा शुद्ध हो, संस्कारित हो और बदले की भावना से मुक्त हो। कहा कि छात्रसंघ हमारा अधिकार है और उस अधिकार को अपने पद के बल से नष्ट करना कहां तक जायज है।