प्रयागराज: गंगा और यमुना नदियों के बाढ़ के पानी ने के कारण आसमान छूते दाम की वजह से रसोई का बजट भी बिगड़ गया है। कछारी इलाकों में बोई जाने वाले सब्जियों की खेती तहस-नहस हो गई है। सब्जियों को खरीदने में अपनी जेब पर पहले ध्यान दे रहे हैं।
प्याज तो पहले से ही रुला रहा था। अब अन्य सब्जियां भी पहाड़ चढ़ गई हैं। मूली सौ रुपये किलो तक बिक रही है। आलम यह है कि बजट के अनुसार लोग खरीदारी कर रहे हैं। जो लोग पहले एक किलो टमाटर खरीदते थे, वह अब पाव भर लेने के लिए भी सोचते हैं। अभी दाम कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
पिछले महीने गंगा और यमुना में जब बाढ़ आई तो प्रयागराज से लेकर कौशांबी तक और गंगापार में प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग के दक्षिणी हिस्से में बोई गईं हरी सब्जियां डूबकर बर्बाद हो गई। इससे सब्जियों के रेट लगभग दो गुना तक बढ़ गए थे। पिछले सप्ताह चार-पांच दिनों हुई लगातार बारिश ने अन्य क्षेत्रों की सब्जियों को भी बर्बाद कर दिया। इससे सब्जियों के दाम आसमान में पहुंच गए।