प्रयागराज: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के एक प्रोफ़ेसर का हिन्दू देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कहते एक सनसनीखेज विडियो सामने आया है| इतना ही नहीं, बंगाल के एक प्रतिष्ठित शिव मंदिर के शिवलिंग पर पेशाब करने की बात भी कथित तौर कही है। इस प्रोफ़ेसर ने विडियो में यह भी कहा है कि देवी-देवताओं का अपमान करने से कोई नुकसान नहीं होता। इस विडियो में चुनौती दी है कि भगवान उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकते। सोशल मीडिया पर विडियो वायरल होने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। छात्रों की शिकायत पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आरोपी प्रोफ़ेसर को नोटिस जारी कर दिया है, जबकि आरोपी प्रोफ़ेसर यूनिवर्सिटी और घर छोड़कर फरार बताए जा रहे हैं।
विडियो इतिहास विभाग के एक प्रोफ़ेसर जो की जेएनयू के टॉपर रहे है का बताया जा रहा है| विडियो में वह समारोह में बैठे लोगों को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने हाथ में माइक पकड़ रखा है और भाषण के ज़रिए अपनी बातें सामने रख रहे हैं। विडियो कब और किस जगह शूट किया गया है, फिलहाल यह साफ़ नहीं हो सका है। सबसे पहले यह विडियो आरोपी प्रोफ़ेसर के डिपार्टमेंट में घूमा और उसके बाद यूनिवर्सिटी से होता हुआ बाहर तक आ गया है।
विडियो वायरल होने के बाद छात्रों ने इस विडियो को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन से शिकायत की है और आरोपी प्रफ़ेसर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
छात्रों की शिकायत मिलने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन हरकत में आ गया। चीफ प्रॉक्टर प्रफ़ेसर राम सेवक दुबे ने मामले की गंभीरता को समझते हुए वाइस चांसलर को मामले की पूरी जानकारी दी। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस मामले में आरोपी प्रफ़ेसर को नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब कर लिया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि यह बेहद गंभीर और संवेदनशील मसला है और इससे कैंपस की शांति व्यवस्था को खतरा पैदा हो सकता है। इसलिए इस मामले में जल्द से जल्द जांच पूरी कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी प्रफेसर ने यूनिवर्सिटी को मेसेज भेजकर खुद के लिए खतरे का अंदेशा जताया है और इसी के मद्देनजर कुछ दिनों के लिए शहर छोड़कर कहीं बाहर जाने की बात कही है। इस मामले में जेएनयू और बंगाल कनेक्शन होने से सियासी गलियारों में भी इस पर चर्चा व बहस होने लगी है।