मुंबई: कभी अंडरवर्ल्ड को थर्राने वाले और 100 से ज्यादा अपराधियों के एनकाउंटर करने वाले महाराष्ट्र के तेज-तर्रार पुलिस ऑफिसर प्रदीप शर्मा ने महाराष्ट्र पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया| उन्हें अंडरवर्ल्ड के नेटवर्क की अच्छी जानकारी है. ठाणे क्राइम ब्रांच में रहने के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण केस सॉल्व किए| प्रदीप शर्मा इस समय ठाणे क्राइम ब्रांच में पोस्टेड थे| बताया जा रहा है कि वह अब राजनीति में अपनी किस्मत आजमाएंगे और आने वाले विधानसभा चुनाव में शिवसेना के टिकट से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं|
प्रदीप शर्मा ने 1983 में महाराष्ट्र पुलिस सेवा ज्वॉइन की| उनके बैच में दो और धुरंधर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट शामिल थे जिनके नाम शहीद विजय सालस्कार और प्रफुल्ल भोंसले है| प्रदीप शर्मा, प्रफुल्ल भोंसले और शहीद विजय सालस्कर तीनों महाराष्ट्र पुलिस के 1983 बैच के अफसर थे| ये तीनों ही बदमाशों को ढेर करने के मामले में पूरे देश के लिए आदर्श रहे| इसी वजह से 1983 के बैच को महाराष्ट्र पुलिस का ‘किलर बैच’ कहा जाता है| इस बैच के अफसरों ने दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन और अरुण गवली जैसी खतरनाक अंडरवर्ल्ड गैंग्स के 300 से ज्यादा मेंबर्स को ढेर किया है|
1990 में मुंबई क्राइम ब्रांच ने अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों को खत्म कराने के लिए कुछ पुलिसवालों को फ्री हैंड मिलने के कुछ ही सालों में 300 से ज्यादा गैंगस्टरों का एनकाउंटर हुआ था| इन एनकाउंटर्स पर बॉलीवुड में भी कई फिल्में बनी जिनमें ‘अब तक छप्पन’ फिल्म बहुत फेमस हुई| इस फिल्म में नाना पाटेकर ने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक का रोल निभाया था|
लखन भैया गैंगस्टर का फेक एनकाउंटर करने के आरोप में 2008 में प्रदीप शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया| इसमें 13 अन्य पुलिसवाले गिरफ्तार और सस्पेंड हुए| कोर्ट केस में जीतने के बाद 2013 में वह फिर सर्विस में वापस आए| 2017 में प्रदीप शर्मा तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने दाउद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया था|