प्रयागराज: प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। इन बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण हमीरपुर और बांदा में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को दोपहर बाद 2 बजे हमीरपुर में यह खतरे के निशान (103.64 मीटर) को पार कर गया। वहीं, बांदा में यमुना नदी सुबह 8 बजे खतरे के निशान (100 मीटर) के काफी करीब पहुंच चुकी थी। जबकि प्रयागराज में यमुना और गंगा का जलस्तर 83.20 मीटर को पार कर गया है। यह चेतावनी बिंदु से ऊपर है और खतरे के निशान ( 84.734 मीटर) के करीब।
बाढ़ कार्य खंड प्रयागराज के अधिशासी अभियंता के मुताबिक, शनिवार को माताटीला बांध से करीब 4लाख क्यूसेक, लाचूरा बांध से करीब एक लाख क्यूसेक, बरियारपुर बांध से 1.35 लाख क्यूसेक के साथ ही गंगा नदी पर स्थित कानपुर बैराज से 1.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे रविवार की शाम तक प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच सकता है।
गंगा और यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ने से शनिवार सुबह बाढ़ का पानी शहर के दारागंज और बघाड़ा के निचले इलाकों में घुस गया। जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। शुक्रवार को ही दारागंज और छोटा बघाड़ा के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा था। लेकिन शनिवार को स्थिति और गंभीर हो गई। शनिवार सुबह मोरी सहित निचले इलाके में पानी भर गया। यहां तक कि दशाश्वमेध पुलिस चौकी में भी पानी घुस गया।
स्थानीय लोगों के साथ ही प्रशासन में भी हड़कंप मचा हुआ है। जलस्तर जिस तेजी से बढ़ रहा है, उससे यह आशंका जताई जा रही है कि रविवार की देर शाम तक दोनों नदियां खतरे के निशान को पार कर गयी। गंगा और यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है।