गोरखपुर: जिले में बिना मान्यता के नर्सिंग कॉलेज संचालित करने के आरोप में जेल में बंद मेडिकल माफिया डॉ. अभिषेक उसकी पत्नी समेत पांच लोगों पर यूपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. शुक्रवार को डॉक्टर अभिषेक यादव के साथ-साथ उसकी पत्नी और बहन की करीब 100 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर लिया. इस कड़ी में पुलिस और प्रशासन की टीम ने कोतवाली क्षेत्र के दुर्गाबाड़ी रोड पर स्थित राज नर्सिंग होम को कुर्क कर दिया. साथ ही अलग-अलग जगह पर अभिषेक और उससे जुड़े लोगों की अन्य सम्पत्तियों को भी जब्त कर लिया है.
दरअसल जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने इस मामले में अभिषेक समेत सभी आरोपियों की चिन्हित जमान, मकान, नर्सिंग कॉलेज और आठ गाड़ियों को कुर्क करने का आदेश दिया है. साथ ही इनके 15 से अधिक बैंक खातों के संचालन पर भी डीएम ने रोक लगा दी है.
बता दें कि पिपराइच के तुर्रा बाजार मेें राज नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज स्थित है. आरोप है कि इसके संचालक डॉ. अभिषेक यादव ने मान्यता की गलत जानकारी देकर छात्र-छात्राओं को प्रवेश दे दिया था. मामले सामने आने पर संयुक्त सचिव अनिल सिंह ने आठ जनवरी 2022 को कोतवाली में डॉ अभिषेक पर जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया था. इसमें ठगी के शिकार छात्रों के परिजनों ने भी तहरीर दी थी.
बता दें कि कोतवाली पुलिस की जांच में दुर्गाबाड़ी निवासी अभिषेक यादव उसकी पत्नी डॉ. मनीषा, शाहपुर के बशारतपुर में रहने वाली बहन डॉ. पूनम, अपने साथी शक्तिनगर निवासी डॉ. सी प्रसाद, बस्ती जिले के लालगंज, खोरिया निवासी शोभितानंद, गुलरिहा थानाक्षेत्र के करमहा निवासी श्यामनरायण मौर्य और मोगलहा निवासी विशाल त्रिपाठी का नाम सामने आया था.
पुलिस की जांच में पता चला कि यह सब मिलकर 2015 से ही जालसाजी का गिरोह चला रहे हैं. वहीं एसएसपी के आदेश पर कोतवाली थाना पुलिस ने 16 सितंबर को इनके खिलाफ कोतवाली थाने में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसकी विवेचना तिवारीपुर थाना पुलिस कर रही है.